Friday, 3 June 2016

हौसलों की उड़ान और गरीबी का पिजडा

मध्यप्रदेश के रीवा जिले की १५ साल की लड़की सीता साहू ने वर्ष २०११ में एथेस ओलंपिक में दो कान्स्य जीते।उसने २००मी और १६०० मीटर की दौड़ में ये पदक जीते। जब टीम एथेन्स के लिए रवाना हो रही थी तब सरकार द्वारा घोषणा की गई थी कि स्वर्ण पदक जीतने वाले को एक लाख रुपये, रजत पदक जीतने वाले को पचहत्तर हजार रुपये व कान्स्य पदक जीतने वाले को पचास हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। सीता साहू के दो पदक जीतने के बाद सरकार अपना किया वादा भूल गई। सीता के पिता एक चाट की दुकान चलाते हैं। पिछले दिनों उनके बीमार हो जाने के कारण सीता गोलगप्पे बेचने को मजबूर हो गई। इस कारण से उसका स्कूल जाना भी नहीं हो सका। आर्थिक तंगी से मजबूर हो कर सीता ने अपना हक पाने के लिये सरकार से गुहार लगाई। देर से ही सही पर सरकार हरकत में आई । मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सीता साहूको एक लाख रुपए देने की घोषणा की है साथ ही केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री ने नेशनल थर्मल पावर कॉर्पोरेशन की ओर से ५ लाख रुपए और एक मकान देने की घोषणा की है। सीता को पड़ाई के साथ साथ खेलने का भी शौक है। वह आगे भी खेलकर देश का नाम रोशन करना चाहती है। आर्थिक मदद मिलने से वह एक बार फिर अपने सपनों को पूरा करने हौसलों की उड़ान भर सकेगी।

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