Monday 6 July 2020

ड्रग डिस्कवरी हैकथॉन 2020 (DDH2020)

यह क्या है?

  • यह हैकथॉन दवा की खोज प्रक्रिया में मदद करने के लिए अपनी तरह की पहली राष्ट्रीय पहल है।
  • इसमें कंप्यूटर विज्ञान, रसायन विज्ञान, फार्मेसी, चिकित्सा विज्ञान, बुनियादी विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों के पेशेवरों,शिक्षकों,शोधकर्ताओं और छात्रों की भागीदारी होगी।

इस पहल में भागीदार

यह ड्रग डिस्कवरी हैकथॉन एक संयुक्त पहल है, तथा इसमें निम्नलिखित संस्थाएं भागीदार है:

  1. मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नवाचार प्रकोष्ठ (MHRD’s Innovation Cell- MIC),
  2. अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (All India Council for Technical Education- AICTE)
  3. वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific and Industrial Research- CSIR)
  4. सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (CDAC),
  5. MyGov तथा अन्य निजी कंपनियां।

विवरण:

हैकथॉन में कई चुनौतियां शामिल हैं जो विशिष्ट दवा खोज विषयों पर आधारित होती हैं। इन्हें समस्या कथन के रूप में पोस्ट किया जाता है और प्रतिभागियों को इन्हें हल करना होता है।

इस हैकथॉन में तीन ट्रैक होंगे।

  1. ट्रैक 1 में मुख्य रूप से कोविड​​-19 रोधी पीढ़ी के लिए ड्रग डिजाइन पर काम किया जायेगा।
  2. ट्रैक 2 नए उपकरणों और एल्गोरिदम को डिजाइन / अनुकूलित करने पर काम करेगा जो इन-सिलिको (in silico) ड्रग डिस्कवरी की खोज प्रक्रिया को तीव्र करने पर काफी प्रभाव डालेगा।
  3. ट्रैक 3 को ‘मून शॉट’ (Moon shot) कहा जाता है। यह उन समस्याओं पर काम करने की अनुमति देता है जो ‘आउट ऑफ दबॉक्स’ की प्रवृत्ति के होते हैं।

इन-सिलिको’ ड्रग डिजाइन (in silico drug design) क्या है?

  • ‘इन-सिलिको’ ड्रग डिज़ाइन एक शब्द है जिसका अर्थ है, कंप्यूटर एडेड आणविक डिज़ाइन
  • इसमें आणविक मॉडलिंग, फॉर्माकोफोर ऑप्टिमाइज़ेशन, आणविक डॉकिंग, हिट/ लीड ऑप्टिमाइज़ेशन आदि जैसे टूल का उपयोग करके किया जाता है।
  • दूसरे शब्दों में, यह कम्प्यूटेशनल विधियों की विस्तृत विविधता का उपयोग करके दवाओं का तर्कसंगत डिजाइन या खोज है।
  • इस प्रकार यह जैव सूचना विज्ञान उपकरणों का प्रयोग करके दवा लक्षित अणुओं की पहचान है।

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