Sunday, 28 June 2020

अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ सेवन और तस्करी निरोध दिवस, 2020

संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिवर्ष 26 जून को ‘अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ सेवन और तस्करी निरोध दिवस’ के रूप में मनाया जाता है।

2020 थीम: ‘बेहतर देखभाल के लिए बेहतर ज्ञान’ (Better Knowledge for Better Care)।

26 जून को आयोजन का कारण?

26 जून को, ‘अंतर्राष्ट्रीय मादक पदार्थ सेवन और तस्करी निरोध दिवस’ को, चीन में प्रथम अफीम युद्ध से ठीक पहले 25 जून 1839 को लिन ज़ेक्सु (Lin Zexu’s) द्वारा हुमेनग्वांगडोंग प्रांत में अफीम के व्यापार को खत्म करने की स्मृति में मनाया जाता है।

इस अवसर पर ‘यूनाइटेड नेशन्स ऑफिस ऑन ड्रग्स एंड क्राइम’ (UNODC) द्वारा ‘वर्ल्ड ड्रग रिपोर्ट’ (World Drug Report). 2020 भी जारी की गयी

प्रमुख बिंदु:

  • वर्ष 2018 में समस्त विश्व में ड्रग्स का इस्तेमाल करने वालों की संख्या लगभग 269 मिलियन थी, जो वर्ष 2009 की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक है।
  • 35 मिलियन से अधिक लोग नशीली दवाओं के सेवन से होने वाले विकारों से पीड़ित हैं।
  • बढ़ती बेरोजगारी और महामारी के कारण अवसरों की कमी से भी गरीबों के सर्वाधिक प्रभावित होने की संभावना है। गरीबी और बेरोजगारी, इनको नशीली दवाओं के प्रयो तथा पैसों के लिए नशीले पदार्थों की तस्करी के प्रति अधिक संवेदनशील बनाती है।
  • वर्ष 2018 में सर्वाधिक इस्तेमाल किया जाने वाला पदार्थ: भांग (Cannabis)।
  • सर्वाधिक हानिकारक पदार्थ: ओपियोड (Opioids)। इन पदार्थों में अफीम, हेरोइन, मॉर्फीन आदि सम्मिलित होते है।
  • उपयोगकर्ता: किशोरों और युवा सबसे अधिक संख्या में इन ड्रग्स का इस्तेमाल करते है। इन ड्रग्स के प्रयोग से युवा सर्वाधिक बुरे तरह से प्रभावित होते है, क्योंकि इस आयु में उनका मस्तिष्क विकसित हो रहा होता है।
  • निम्न आय वाले देशों में अभी भी दर्द- निवारक तथा देखभाल के लिए फार्मास्यूटिकल ओपिओइड की भारी कमी है।

मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने के लिए भारत सरकार द्वारा उठाये गए कदम

  • नवंबर, 2016 में, भारत सरकार द्वारा ‘नार्को कोआर्डिनेशन सेंटर’ (Narco-Coordination Centre– NCORD) का गठन किया गया तथा “नारकोटिक्स नियंत्रण के लिए राज्यों को वित्तीय सहायता” योजना को पुनर्जीवित किया गया।
  • वर्ष 2017 में, सरकार ने नए प्रतिफल दिशानिर्देशों को मंजूरी दी, जिसके अंतर्गत अवैध दवाओं के प्रतिबंध अथवा जब्ती करने पर पुरुस्कार की मात्रा में वृद्धि की गयी है।
  • नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो को एक नया सॉफ्टवेयर, ‘जब्ती सूचना प्रबंधन प्रणाली’ (Seizure Information Management SystemSIMS) विकसित करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की गयी है, जिसके माध्यम से ड्रग अपराधों और अपराधियों का एक पूरा ऑनलाइन डेटाबेस तैयार किया जायेगा।
  • सरकार ने नारकोटिक ड्रग्स की अवैध तस्करी से निपटने हेतु “नशीली दवाओं के सेवन के नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कोष (National Fund for Control of Drug Abuse), का गठन किया है।
  • सरकार एम्स के ‘नेशनल ड्रग डिपेंडेंस ट्रीटमेंट सेंटर’ की मदद से भारत में नशीली दवाओं के दुरुपयोग को मापने के लिए ‘राष्ट्रीय ड्रग एब्यूज सर्वे’ भी कर रही है।

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