रूस में 24 जून को विजय दिवस परेड की 75वीं वर्षगांठ मनायी गयी। यह परेड द्वितीय विश्व युद्ध (1941-1945) में सोवियत संघ को मिली विजय की 75 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में आयोजित की गयी।
विजय दिवस का परेड का आयोजन 9 मई को किया जाना था, परन्तुउस समय इसे COVID-19 महामारी के कारण स्थगित कर दिया गया था।
विजय दिवस क्या है?
विजय दिवस, द्वितीय विश्व युद्ध के अंत तथा वर्ष 1945 में मित्र राष्ट्रों की जीत का प्रतीक है।
द्वितीय विश्व युद्ध के अंतिम समय में एडोल्फ हिटलर ने 30 अप्रैल को खुद को गोली मार ली थी।
हिटलर की मौत के पश्चात, जर्मन सैनिकों ने 7 मई को आत्मसमर्पण कर दिया, जिसे अगले दिन औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया गया, तथा यह 9 मई को प्रभावी हुआ।
अधिकांश यूरोपीय देशों में विजय दिवस 8 मई को मनाया जाता है।
रूस में विजय दिवस को 9 मई को क्यों मनाया जाता है?
इसका कारण यह है, आत्मसमर्पण के दस्तावेजों पर 7 मई को हस्ताक्षर किए गए थे, जिसके अनुसार 8 मई को बर्लिन समयानुसार 23:01 बजे से लड़ाई बंद हो जायेगी।, चूंकि, मास्को का समय यूरोपीय समय से एक घंटा आगे होता है, अतः युद्धविराम 9 मई को प्रभावी हुआ।
- आत्मसमर्पण के शुरुआती दस्तावेजों पर फ़्रांस की रीम्स (Reim
- s) में 7 मई को हस्ताक्षर किए गए थे।
- लेकिन, रूस ने तर्क दिया कि कुछ जर्मन सैनिकों ने रीम्स दस्तावेजों को केवल पश्चिमी देशों के गठबंधन के समक्ष आत्मसमर्पण माना है, तथा इसके बाद भी पूर्वी यूरोप में, विशेषकर प्राग में युद्ध जारी रहा।
- अतः, सोवियत संघ ने एक अन्य आत्मसमर्पण की मांग की।
- इसके पश्चात, दूसरा आत्मसमर्पण समारोह देर रात 8 मई को बर्लिन के बाहरी इलाके में स्थित एक किले में हुआ, उस समय मॉस्को में 9 मई की तारीख लग चुकी थी।
- दोनों दस्तावेजों के अनुसार, जर्मनी के नियंत्रण वाले सभी सैन्य बल 11:01 बजे बर्लिन समय से सभी कार्यवाहियां बंद कर देंगे।
इस प्रकार, सोवियत संघ के अनुसार, जर्मनी के सशस्त्र बलों के प्रमुख ने 9 मई को जोसेफ स्टालिन के प्रतिनिधि के समक्ष व्यक्तिगत रूप से आत्मसमर्पण कर दिया तथा उसी दिन के प्रारम्भिक समय में आत्मसमर्पण के दस्तावेजों पर हस्ताक्षर किए गए।
24 जून का महत्व
Covid-19 महामारी के कारण इस वर्ष समारोह को जून के लिए स्थगति कर दिया गया था।
24 जून की तारीख भी रूस के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
- युद्ध जीतने तथा 9 मई को सोवियत संघ का विजय दिवस होने के बाद, स्टालिन ने 24 जून, 1945 को ग्रेट पैट्रियटिक वॉर (Great Patriotic War) में जर्मनी पर जीत की स्मृति में एक सैन्य परेड का आयोजन करना चाहता था।
- इसलिए मास्को में पहली विजय दिवस परेड का आयोजन 24 जून को हुआ था।
- हालांकि, उसके बाद से विजय दिवस परेड का आयोजन प्रतिवर्ष 9 मई को होता है।
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