प्रतिवर्ष 29 जून को मनाया जाता है।
सांख्यिकी दिवस को प्रो. पी सी महालानोबिस की जयंती पर, राष्ट्रीय सांख्यिकी संबंधी प्रणाली की स्थापना करने में उनके अमूल्य योगदान के सम्मान में मनाया जाता है।
विषय (Theme)
इस वर्ष का थीम है: “SDG- 3 (स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करें एवं सभी उम्रों के लिए कल्याण को बढ़ावा दें) & SDG- 5 (लैंगिक समानता हासिल करें और सभी महिलाओं तथा लड़कियों को अधिकार संपन्न बनायें)।“
पीसी महालनोनोबिस का सांख्यिकी में योगदान (1893-1972):
- उन्हें भारतीय सांख्यिकीय प्रणाली के मुख्य वास्तुकार और भारत में सांख्यिकीय विज्ञान के पिता के रूप में जाना जाता है।
- उन्होंने 1931 में कोलकाता में भारतीय सांख्यिकी संस्थान (Indian Statistical Institute–ISI) की स्थापना की।
- संस्थान ने कार्ल पियर्सन की बायोमेट्रिका (Biometrika) की तर्ज पर सांख्य पत्रिका का प्रकाशन आरंभ किया।
- 1959 में ISI को सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त संस्था बनाया गया था।
- उन्होंने केंद्रीय सांख्यिकी संगठन (CSO), नेशनल सैंपल सर्वे (NSS) और एनुअल सर्वे ऑफ़ इंडस्ट्रीज (ASI) की स्थापना में भी मदद की।
- उन्होंने सांख्यिकीय प्रतिरूपों पर संयुक्त राष्ट्र उप-आयोग के अध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया।
- 1936 में उन्होंने महालनोबिस दूरी नाम का एक सांख्यिकीय पद्यति प्रस्तुत की। इसका व्यापक रूप से क्लस्टर विश्लेषण और वर्गीकरण तकनीकों में उपयोग किया जाता है।
- महालनोबिस मॉडल को द्वितीय पंचवर्षीय योजना में लागू किया गया था, जिसने भारत में तेजी से औद्योगिकीकरण की दिशा में वृद्धि हेतु कार्य किया।
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