एंथ्रोपोज़ (Anthropause), ब्रिटेन में शोधकर्ताओं द्वारा गढ़ा गया एक शब्द है। यह दो शब्दों, एंथ्रोपो (Anthropo) अर्थात् मनुष्य से संबंधित और पॉज (Pause) अर्थात् ठहराव से मिलकर बना है।
इसे ‘ग्रेट पॉज़’ (Great Pause) के रूप में भी जाना जाता है।
यह COVID-19 से प्रेरित लॉकडाउन अवधि तथा अन्य प्रजातियों पर इसके प्रभाव को संदर्भित करता है।
इस अवधि में लगाये गए प्रतिबंधो के कारण असामान्य पशु व्यवहार
लॉकडाउन के दैरान कई स्थानों पर वन्यजीवों में असामान्य व्यवहार की प्रवृत्ति देखी गई; जैसे चिली के सैंटियागो में प्यूमा (Pumas), तेल अवीव (इज़राइल) के शहरी पार्कों में दिन के समय सियार, इटली के पास शांत जल में डॉल्फिन को, तथा थाईलैंड की सड़कों पर बंदरों की बंदर लड़ाई।
इस अवधि के अध्ययन का कारण
लॉकडाउन के परिणामस्वरूप, प्रकृति में अभूतपूर्व परिवर्तन हुए है। विशेषकर शहरी वातावरण में, अब अधिक जानवर देखे जा रहे हैं तथा साथ ही कुछ “अप्रत्याशित जीव” भी देखे गए हैं।
वहीं, दूसरी ओर कुछ जीवों के लिए लॉकडाउन ने स्थितियों को और जटिल तथा चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
- उदाहरणार्थ: शहरी आवास वाले जीव-जंतुओं जैसे चूहे, और बंदरों के लिये, जो मनुष्यों द्वारा प्रदान किये गए भोजन पर निर्भर होते है, लॉकडाउन ने उनका जीवन अधिक कठिन एवं चुनौतीपूर्ण बना दिया है।
शोधकर्ताओं का मानना है कि 21वीं सदी में इस लॉकडाउन अवधि का अध्ययन मानव-वन्यजीव संबंधों के लिये एक मूल्यवान अंतर्दृष्टि प्रदान करेगा।
यह वैश्विक जैव विविधता (Global Biodiversity) के संरक्षण, पारिस्थितिकी तंत्र की अखंडता (Integrity of Ecosystems) बनाए रखने तथा वैश्विक स्तर पर ज़ूनोसिस रोग एवं पर्यावरणीय परिवर्तनों की भविष्यवाणी करने में भी उपयोगी हो सकता है।
No comments:
Post a Comment