संयुक्त राज्य अमेरिका ने वर्ष 2020 के अंत तक आप्रवासी और गैर-आप्रवासी श्रमिक वीजा पर 60-दिवसीय प्रतिबंध के विस्तार करने का निर्णय लिया है।
- यह प्रतिबंध को तत्काल रूप से प्रभावी किये गए है, अतः सभी नए H-1B, H-2B, J और L वीजा श्रेणियों का प्रक्रमण निलंबित कर दिया गया है।
- इन नए श्रमिक वीजा प्रतिबंध से H-1B, H-2B, J और L वीजा धारक, तथा अमेरिका में पहले से रहने वाले उनके पति / पत्नी और बच्चे प्रभावित नहीं होंगे।
H-1B, H-2B, J और L एवं अन्य कार्य वीजा क्या हैं?
आईटी तथा अन्य संबंधित क्षेत्रों में कुशल तथा सस्ते कर्मचारियों की आपूर्ति के लिए, अमेरिकी प्रशासन प्रत्येक वर्ष एक निश्चित संख्या में वीजा जारी करता है। इसके माध्यम से अमेरिका से बाहर स्थित कंपनियां, ग्राहकों की मांग पर अपने कर्मचारियों को अमेरिका में काम करने हेतु भेजती हैं।
- H-1B वीजा: ये एक गैर-प्रवासी वीजा होता है, जो किसी विदेशी नागरिक या कामगार को अमेरिका में काम करने के लिए 6 साल के लिए जारी किया जाता है। इस वीजा के लिए कर्मचारी को स्नातक होने के साथ-साथ किसी एक क्षेत्र में विशेषज्ञ भी होना आवश्यक है।
- L1 वीजा: उन कुशल विदेशी कर्मचारियों और मैनेजर की रैंक के लोगों के लिए होता है, जिनका अमेरिका में किसी कंपनी के अंदर ट्रांसफर हो रहा है।
- H-2B वीजा: खाद्य और कृषि श्रमिकों को अमेरिका में रोजगार की अनुमति देता है।
- J-1 वीजा: यह कार्य-अध्ययन के ग्रीष्मकालीन कार्यक्रमों में छात्रों के लिए होता है।
वीजा प्रतिबंध का कारण
महामारी के दौरान अमेरिकी नौकरियों को सुरक्षा प्रदान करना।
H-1B, H-2B, J, और L गैर-आप्रवासी वीजा कार्यक्रमों के माध्यम से श्रमिकों का देश में प्रवेश, घरेलू श्रमिकों के लिए रोजगार अवसरों के कम होने के लिए हानिकारक होता है।
वीजा प्रतिबंध का भारतीय आईटी कंपनियों पर प्रभाव
भारतीय आईटी कंपनियां US H-1B वीजा व्यवस्था के सबसे बड़े लाभार्थियों में से हैं। पिछले 5 साल में जारी किए H-1B वीजा में 70 फीसदी से ज्यादा भारतीयों को मिले हैं।
- मार्च 2021 को समाप्त हुए चालू वित्त वर्ष के लिए 1.84 लाख भारतीयों ने H-1B कार्य वीजा के लिए आवेदन किया था, जो कि कुल H-1B वीजा का 67 प्रतिशत था।
- कार्यकारी आदेश द्वारा H-1B कार्य वीजा मानदंडों में व्यापक बदलाव किए गए हैं। इसके अंतर्गत वर्तमान में प्रचलित लॉटरी प्रणाली समाप्त हो जायेगी।
- नए मानदंडों के अनुसार, उच्च-कुशल श्रमिकों वीजा प्रदान किया जायेगा, जिन्हें उनकी संबंधित कंपनियों द्वारा उच्चतम वेतन भुगतान किया जाता है।
आलोचना तथा चिंताएँ
इस कार्यकारी आदेश की प्रोद्योगिकी इंडस्ट्रीज के साथ-साथ दोनों देशों के राजनेताओं द्वारा आलोचना की गयी है। अमेरिकी राजनेताओं के अनुसार, इस कदम से अमेरिकी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचेगा।
- आलोचकों का कहना है, इस आदेश से अमेरिका की सर्वश्रेष्ठ और प्रतिभाशाली लोगों को काम देने की प्रतिष्ठा को स्थायी नुकसान पहुंचेगा।
- वीजा प्रतिबंध से, नियोक्ताओं, परिवारों, विश्वविद्यालयों, अस्पतालों, तथा समुदायों को हानि पहुंचेगी और अमेरिका के आर्थिक सुधार में देरी होगी।
- कुशल आप्रवासियों के बिना, अमेरिकी उद्योगों में शिथिलता आयेगी।
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