संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर हस्ताक्षर किये जाने की 75 वीं वर्षगांठ पर की जाने वाली स्मारक घोषणा के जारी किये जाने में देरी हो रही है।
क्यों?
सभी सदस्य देशों द्वारा, घोषणा में प्रयुक्त ‘शब्द-रचना’ (Phraseology) पर सहमति नहीं हो सकी है। कुछ सदस्य देशों ने एक वाक्यांश “सर्वनिष्ठ भविष्य हेतु साझा दृष्टि” (Shared Vision Of A Common Future) के उपयोग पर आपत्ति जताई है।
सदस्यों के अनुसार उपरोक्त वाक्यांश, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) तथा विशेष रूप से चीनी राष्ट्रपति, ‘शी जिनपिंग’ के वैश्विक दृष्टिकोण ‘मानव जाति हेतु साझा भविष्य के लिये समर्पित समुदाय” (community with a shared future for mankind) से जुड़ा प्रतीत होता है।
आपत्तिकर्ता देश
भारत सहित, द फाइव आइज़ (The Five Eyes)- संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, न्यूज़ीलैंड तथा कनाडा ने उपरोक्त वाक्यांश प्रयोग पर आपत्ति दर्ज की है।
मौजूदा गतिरोध उस समय आया है जब भारत, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका सहित कई लोकतंत्रों के साथ चीन के रिश्ते तनावपूर्ण स्थिति में हैं।
मौन प्रक्रिया (Silence process):
सदस्य देशों द्वारा उठाई गयी आपत्ति के कारण, ‘मौन‘ प्रक्रिया (यह एक प्रक्रिया होती है, जिसके द्वारा निर्धारित समय के भीतर कोई आपत्ति नहीं उठाये जाने पर किसी प्रस्ताव को पारित किया जाता है) भंग हो गयी है।
यद्यपि, चीन द्वारा रूस, सीरिया तथा पाकिस्तान की ओर से मौन-भंग करने पर आपत्ति जताई गयी है।
आपत्तिकर्ता देशों की मांग
आपत्तिकर्ता देशों की मांग है, कि प्रस्ताव को “हम वर्तमान और भावी पीढ़ियों की सर्वनिष्ठ भलाई के लिए पारस्परिक समन्वय और वैश्विक प्रशासन को मजबूत करने तथा संयुक्त राष्ट्र चार्टर की प्रस्तावना में परिकल्पित ‘बेहतर भविष्य के लिए साझा दृष्टि’ को हासिल करने हेतु सभी भागीदारों के साथ मिलकर कार्य करेंगे।” के रूप में सम्मिलित किया जाये।
संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर हस्ताक्षर की 75 वीं वर्षगांठ:
संयुक्त राष्ट्र चार्टर पर, 26 जून, 1945 को सैन फ्रांसिस्को में हस्ताक्षर किए गए थे तथा यह 24 अक्टूबर, 1945 से प्रभावी हुआ।
इस चार्टर के माध्यम से ‘संयुक्त राष्ट्र’ की स्थापना की गयी थी।
उद्देश्य:
इसका उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय कानूनों को सुविधाजनक बनाने हेतु सहयोग प्रदान करना, अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा, आर्थिक एवं सामाजिक विकास तथा मानवाधिकारों की सुरक्षा के साथ-साथ विश्व शांति के लिये कार्य करना है।
चार्टर के रूप में, यह संवैधानिक संधि है, इसके अनुच्छेद सभी सदस्य देशों पर बाध्यकारी हैं।
फाइव आइज़ क्या है?
यह एक खुफिया गठबंधन है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, न्यूजीलैंड, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं। ये देश बहुपक्षीय यूके-यूएसए समझौते (UKUSA Agreement) के पक्षकार हैं। यूके-यूएसए समझौता, सिग्नल की खुफिया जानकारी हेतु सहयोग के लिए एक बहुपक्षीय समझौता है।
उत्पत्ति: इसकी शुरुआत वर्ष 1946 में हुई थी। इसके अंतर्गत, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूनाइटेड किंगडम, अन्य विदेशी राष्ट्रों के संचार पर खुफिया जानकारी के आदान-प्रदान के लिए सहमत हुए थे। वर्ष 1948 में कनाडा तथा वर्ष 1956 में ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड, इस गठबंधन में सम्मिलित हुए।
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