Tuesday, 23 June 2020

ग्लोबल इनिशिएटिव ऑन शेयरिंग ऑल इन्फ्लुएंज़ा डेटा Global Initiative on Sharing All Influenza Data (GISAID)

चर्चा का कारण
हाल ही में चीन ने बीजिंग में फैलने वाली महामारी के कारक कोरोनोवायरस का जीनोम अनुक्रमण (Genome Sequencing) डेटा जारी किया है। चीन द्वारा यह डेटा WHO और GISAID के साथ साझा किया गया है।
डेटा के निष्कर्ष
  1. चीन की राजधानी के सबसे बड़े थोक खाद्य बाजार से संबंधित वायरस की एक नस्ल में तथा यूरोप में पाए गए वायरस की एक नस्ल में समानता मिलती है।
  2. दो क्षेत्रों, बीजिंग और पड़ोसी प्रांत हेबै (Hebei) में लगातार पांच दिनों तक स्थानीय रूप से संक्रमण को दर्ज किया गया था।
पृष्ठभूमि
पिछले सप्ताह शिनफैडी (Xinfadi) बाजार में फैले प्रकोप के बाद से बीजिंग में 183 पुष्ट मामलों को देखा गया है तथा इसके नियंत्रण की स्थिति बहुत गंभीर बनी हुई है।
जीनोम अनुक्रमण (Genome Sequencing) क्या है?
जीनोमिक अनुक्रमण एक ऐसी तकनीक है जो हमें DNA या RNA के भीतर पाए जाने वाले आनुवंशिक विवरण को पढ़ने और व्याख्या करने की अनुमति प्रदान करती है। इसके तहत डीएनए अणु के भीतर न्यूक्लियोटाइड के सटीक क्रम का पता लगाया जाता है।
COVID-19 के जीनोमिक अनुक्रम को समझना क्यों महत्वपूर्ण है?
SARS-CoV2 जीनोम, में लगभग 30,000 आधार-युग्म होते हैं। जिनमे से प्रत्येक एक न्यूक्लियोटाइड से जुड़ा होता है। इसके अंतर्गत डीएनए में मौज़ूद चारों तत्त्वों- एडानीन (A), गुआनीन (G), साइटोसीन (C) और थायामीन (T) के क्रम का पता लगाया जाता है।
न्यूक्लियोटाइड्स के विशिष्ट संयोजन वाली इस लंबी श्रंखला को जीनोम अनुक्रम कहा जाता है, तथा इससे विशिष्ट रूप से वायरस की पहचान की जाती है।
COVID-19 संक्रमित मरीज के सैंपल के वायरस जीनोम अनुक्रम को देखने पर शोधकर्ताओं को वायरस के फैलने की प्रकिया के बारे पता चलता है। अब तक, पूरे विश्व में 1,000 से अधिक COVID-19 जीनोम अनुक्रम प्रकाशित हो चुके हैं।
अतः जीनोमिक अनुक्रमण आवश्यक है क्योंकि:
  1. यह वैश्विक स्तर पर वायरस के संचरण मार्ग को ट्रैक करने में मदद करता है।
  2. यह वायरस के फ़ैलने तथा अनुकूलित होने की गति को निर्धारित कर सकता है।
  3. यह उपचार के लक्ष्यों की पहचान करता है।
  4. सह-संक्रमण की भूमिका को समझने के लिए यह आवश्यक होता है।
GISAID क्या है?
GISAID, प्लेटफ़ॉर्म की स्थापना वर्ष 2008 में विश्व स्वास्थ्य सभा (World Health Assembly) के 61वे सम्मलेन के दौरान की गयी थी। यह विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा विभिन्न देशों हेतु जीनोम संबंधी डेटा साझा करने के लिये एक सार्वजनिक मंच है।
GISAID इन्फ्लूएंजा वायरस तथा COVID-19 के लिए जिम्मेदार नोवेल कोरोनावायरस के जीनोमिक डेटा प्राथमिक स्रोत है। एकत्रित डेटा में इन्फ्लुएंज़ा वायरस अनुक्रम, उनसे संबंधित नैदानिक और महामारी संबंधी डेटा, भौगोलिक और साथ ही प्रजाति-विशेष डेटा भी शामिल है।
वर्ष 2010 में जर्मनी EpiFlu ™ डेटाबेस तथा GISAID मंच का आधिकारिक संचालक बनाया गया था। वर्ष 2013 में यूरोपीय आयोग द्वारा GISAID को एक अनुसंधान संगठन और प्रीमेडिक संघ (PREDEMICS consortium) में भागीदार के रूप में मान्यता प्रदान की गयी है।
भूमिका
GISAID मंच द्वारा एकत्रित डेटा शोधकर्त्ताओं को वायरस के विकास, उसके प्रसार और अंततः महामारी बनने की संभावना को समझने में मदद करता है। यह पहल GISAID मंच पर डेटा की सभी सहयोगियों के लिए निशुल्क तथा स्वतंत्र पहुच सुनिश्चित करती है।

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