खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने राजस्थान के पोखरण में अपना “कुम्हार सशक्तिकरण योजना” शुरू की है। इसका उद्देश्य कुम्हारों को मजबूती प्रदान करना, स्व-रोजगार उत्पन्न करना और मृतप्राय हो रही मिट्टी के बर्तनों की कला को पुनर्जीवित करना है।
इसके तहत, खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग ने पोखरण में 80 कुम्हारों के परिवार को 80 इलेक्ट्रिक पॉटर चाकों का वितरण किया, जिनके पास टेराकोटा उत्पादों की समृद्ध विरासत मौजूद है।
प्रमुख तथ्य
- पोखरण एक आकांक्षात्मक जिलों में से एक है जिसे नीति अयोग द्वारा चिह्नित किया गया है।
- पोखरण में भारत के पहले भूमिगत परमाणु हथियार, बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए परीक्षण स्थल के रूप में कार्य किया गया।
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