Sunday, 28 June 2020

मिजोरम में भूकंप का कारण

21 जून को मिजोरम, मेघालय, मणिपुर और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में मध्यम तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किये गए। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 5.1 मापी गयी।

मिजोरम और त्रिपुरा अधिक संवेदनशील क्यों हैं?

भारत के भूकंपीय खतरा मानचित्र के अनुसार, मिजोरम और त्रिपुरा दोनों राज्य पूरी तरह से जोन में अवस्थिति हैं।

इसके अलावा, मिजोरम, 

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हिमालय की पूर्वी श्रृंखला के दक्षिणी छोर पर स्थित है। इसकी वलित संरचना, विस्तृत अभिनितयों (Synclinesतथा संकरी अपनितियों (Anticlinesसे बनी समभिनतीय (Synclinorium) है।

अतः, इस क्षेत्र में आने वाले भूकंप प्रायः उथले होते हैं, हालांकि कभी-कभार मध्यवर्ती गहराई के कुछ भूकंप भी आते हैं। इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर, म्यांमार के चिन डिवीजन मेंअधिक गहराई के भूकंप आते हैं।

त्रिपुरा में आने वाले भूकंपों का केंद्र सामान्यतः कम गहराई पर होता है।

इस क्षेत्र में आने वाले भूकंप प्रायः दाउकी दर्रे से उत्पन्न होते है। भारत और बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा का अनुसरण करने वाला दाउकी दर्रा (Dauki Fault) मुख्यतः मेघालय में स्थित है, तथा इसका कुछ भाग त्रिपुरा के उत्तरी हिस्सों से होकर गुजरता है।

इस क्षेत्र में भूकंप का दूसरा बड़ा खतरा बांग्लादेश का मधुपुर दर्रा (Madhupur Fault) है।

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भारत में भूकंपीय ज़ोन की सूची

भूकंपीय इतिहास के आधार पर, भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा देश को चार भूकंपीय क्षेत्रों अर्थात् ज़ोन-II, ज़ोन-III, ज़ोन-IV और ज़ोन-V में वर्गीकृत किया गया है।

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भारत में भूकंपीय ज़ोन के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र

ज़ोन-V: पूर्वोत्तर भारत, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्से, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और गुजरात के कच्छ के कुछ हिस्से, उत्तर बिहार और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्से शामिल हैं।

ज़ोन- IV: जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के शेष भाग, केंद्रशासित प्रदेश दिल्ली, सिक्किम, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्से, गुजरात और राजस्थान के कुछ हिस्से, तथा पश्चिमी तट के पास महाराष्ट्र के छोटे हिस्से शामिल हैं।

ज़ोन-III: केरल, गोवा, लक्षद्वीप द्वीप समूह, उत्तर प्रदेश, गुजरात और पश्चिम बंगाल के शेष भाग, पंजाब के कुछ हिस्से, राजस्थान, बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, झारखंड के कुछ हिस्से, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कर्नाटक शामिल हैं।

ज़ोन-II: देश के शेष हिस्से शामिल हैं।

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