Sunday, 28 June 2020

पशुपालन बुनियादी ढांचा विकास फंड (AHIDF)

हाल ही में घोषित आत्मनिर्भर भारत अभियान प्रोत्साहन पैकेज के अनुरूप केन्द्रीय मंत्रिमंडल द्वारा ‘पशुपालन बुनियादी ढांचा विकास फंड’ (Animal Husbandry Infrastructure Development Fund– AHIDF) की स्थापना के लिए 15,000 करोड़ रुपये की मंज़ूरी प्रदान की गयी है।

प्रमुख बिंदु:

  • AHIDF के अंतर्गत 15000 करोड़ रु. की राशि की सहायता प्रदान की जाएगी।
  • यह कोष डेयरी एवं मीट प्रसंस्करण और पशु आहार संयंत्रों में बुनियादी ढांचे के निवेश को प्रोत्साहित करेगा।

पात्रता तथा कार्यान्वयन

  • लाभार्थी: AHIDF योजना के तहत योग्य लाभार्थी, किसान उत्पादक संगठन (Farmer Producer Organizations- FPOs), MSMEs, सेक्शन 8 कंपनियां, निजी कंपनियां और निजी उद्यमी होंगे जिन्हें 10 प्रतिशत की मार्जिन राशि का योगदान करना होगा।
  • शेष राशि: शेष 90 प्रतिशत की राशि अनुसूचित बैंक द्वारा कर्ज के रूप में उपलब्ध कराई जाएगी।
  • सरकार योग्य लाभार्थी को ब्याज पर 3 प्रतिशत की आर्थिक सहायता मुहैया कराएगी।
  • योग्य लाभार्थियों को मूल कर्ज के लिए दो वर्ष की अधिस्थगन अवधि के साथ कर्ज उपलब्ध कराया जाएगा और कर्ज की पुनर्भुगतान अवधि 6 साल होगी।

क्रेडिट गारंटी फंड:

  • भारत सरकार 750 करोड़ रुपये के क्रेडिट गारंटी फंड की स्थापना भी करेगी।
  • क्रेडिट गारंटी फंड का प्रबंधन नाबार्ड (NABARD) द्वारा किया जायेगा। क्रेडिट गारंटी उन स्वीकृत परियोजनाओं के लिए दी जाएगी, जो एमएसएमई के तहत परिभाषित होंगी।
  • कर्जदार की क्रेडिट सुविधा की 25 प्रतिशत तक गारंटी कवरेज दी जाएगी।

महत्व:

  • पशुपालन क्षेत्र में निजी क्षेत्र के जरिए निवेश से संभावनाओं के कई रास्ते खुलेंगे।
  • AHIDF निजी निवेशकों के लिए ब्याज में आर्थिक सहायता की योजना से इन परियोजनाओं के लिए जरूरी निवेश को पूरा करने में पूंजी की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा और इससे निवेशकों को अपना रिटर्न बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।
  • लाभार्थियों द्वारा प्रसंस्करण और मूल्य वर्धित बुनियादी ढांचे में निवेश से भी निर्यात को बढ़ावा मिलेगा।

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